मिठाई की दुकानों में गंदगी का सामराज्य देख,तीन के लाइसेंस निरस्त
हल्द्वानी। लक्ष्मी टाकीज के समीप स्थित मिठाई की तीन दुकानों में नगर आयुक्त ऋचा सिंह व खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी ने छापेमारी की। इस दौरान वे दुकान का नजारा देखकर दंग रह गए। दुकान में चूहों के खाए कच्चे समोसे ट्रे में रखे दिखे। साथ ही कॉक्रोज रसगुल्लों के उपर रेंग रहे थे। दुकानों में जगह जगह गंदगी का साम्राज्य देखने को मिला। इस पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने तीनों दुकानों का लाइसेंस निरस्त करते हुए खाद्य पदार्थों की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
नगर आयुक्त को शिकायत मिली थी कि जायसवाल स्वीट्स के पीछे की ओर गंदगी भरी पड़ी है। इस पर ऋचा सिंह, नगर निगम की टीम के साथ मौके पर पहुंची। वहां तीनों दुकानों की मिठाई, जलेबी, समोसे और भट्टियां फुटपाथ पर सजी मिली। नगर आयुक्त ने दुकानदारों को जमकर फटकार लगाई और उनका पांच-पांच हजार का चालान कटवाया।छापेमारी के आद नगर आयुक्त ने बताया कि ज्ञान चंद्र जायसवाल, हरीश चंद्र जायसवाल व भानु प्रताप जायसवाल की मिठाई की दुकान के भीतर जगह जगह गंदगी ही गंदगी थी। एक दुकान में चूहों के खाए हुए समोसे ट्रे में सजे मिले। जबकि एक दुकान में कढ़ाई में रखे सैकड़ों रसगुल्लों पर कॉक्रोज मंडरा रहे थे। इस पर नगर आयुक्त ने खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को मौके पर बुलाया।
नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने बताया कि रसगुल्लों के ऊपर कॉक्रोज नजर आने के बाद उन्होंने दुकान स्वामियों से कहा कि वह उनके सामने अपनी बनाई मिठाई खाकर दिखा दें। उन्होंने बताया कि कई बार कहने के बाद भी कोई भी दुकानदार अपनी बनाई मिठाई खाने को तैयार नहीं हुआ। नगर आयुक्त का कहना है कि इस बात में कोई शक नहीं है कि दुकानदार चूहे के खाए कच्चे समोसों को भी ऊपर से दबाकर तलने के बाद ग्राहक को परोस देते होंगे।
वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय सिंह का कहना है कि ज्ञान चंद्र जायसवाल, हरीश चंद्र जायसवाल व भानु प्रताप जायसवाल तब तक अपनी दुकानें नहीं खोल सकते जब तक उन्हें नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र न मिल जाए। उन्होंने बताया कि उन्होंने तीनों दुकानों से रसगुल्ले और बूंदी के सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे हैं।